कर दो कृपा की नजर हार कर मैं आया हूं

कर दो कृपा की नजर हार कर मैं आया हूं
कर दो कृपा की नजर,
हार कर मैं आया हूं,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं।।
दुनिया में भटका,
हर पल मैं अटका,
तेरी कृपा से परे,
तेरी कृपा से परे,
ममता का जीवन,
सुन मेरे मोहन,
तेरी दया से चले,
तेरी दया से चले,
हम सबकी को अब तू बुलाले,
मेरे सांवरे,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं।।
मैं तो हूं हारा,
गम का हूं मारा,
तू ही संवारे मुझे,
तू ही संवारे मुझे,
दुनिया की ठोकर,
सहता रहा हूं,
तू ही संभाले मुझे,
तू ही संभाले मुझे,
तुझ पे ही आस टिकी है,
मेरे सांवरे,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं।।
तुझसे कहूंगा,
तू ही सुनेगा,
विश्वास है ये मेरा,
विश्वास है ये मेरा,
मेरा खिवैया,
तू ही कन्हैया,
तू ही किनारा मेरा,
तू ही किनारा मेरा,
भव से तू पार करेगा,
मेरे सांवरे,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं।।
दुनिया ने ठुकराया,
अपनों ने गिरवाया,
चोंट लगी दिल पे श्याम,
चोंट लगी दिल पे श्याम,
तू ही है माता,
तू ही पिता है,
खाटू का राजा है तू,
खाटू का राजा है तू,
‘अनुराग’ की तू सुन ले,
मेरे सांवरे,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं।।
कर दो कृपा की नजर,
हार कर मैं आया हूं,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं,
मेरे खाटू वाले श्याम,
तेरे दरबार आया हूं।।